आधार कार्ड को जन्म तिथि का प्रमाण मानना अब इतिहास बन चुका है – खासकर उत्तर प्रदेश के पॉलीटेक्निक संस्थानों में एडमिशन प्रक्रिया के लिए। अगर आप डिप्लोमा इंजीनियरिंग कोर्स जैसे मैकेनिकल, सिविल या कंप्यूटर साइंस ब्रांच में दाखिला लेने की सोच रहे हैं, तो ये अपडेट आपके लिए क्रिटिकल है। हाल ही में जारी सरकारी सर्कुलर से साफ हो गया है कि UIDAI (Unique Identification Authority of India) के निर्देशों के मुताबिक आधार कार्ड DOB (Date of Birth) प्रूफ नहीं माना जाएगा। इससे छात्रों को बर्थ सर्टिफिकेट या अन्य वैध दस्तावेजों की ओर रुख करना पड़ेगा, वरना एडमिशन में देरी या रिजेक्शन का खतरा है। इस आर्टिकल में हम डिटेल में बताएंगे कि ये बदलाव क्यों आया, इसका पॉलीटेक्निक एडमिशन पर क्या असर पड़ेगा, और आप क्या करें – सब कुछ ऑफिशियल सोर्सेज और रियल-लाइफ इनसाइट्स के साथ।
UP सरकार का नया सर्कुलर: आधार को DOB प्रूफ से बाहर
उत्तर प्रदेश सरकार के नियोजन विभाग (जनशक्ति नियोजन प्रभाग) ने 24 नवंबर 2025 को एक महत्वपूर्ण पत्र जारी किया, जिसमें सभी अपर मुख्य सचिवों, प्रमुख सचिवों और सचिवों को निर्देश दिया गया कि आधार कार्ड को जन्म तिथि के प्रमाण के रूप में स्वीकार न किया जाए। ये निर्देश UIDAI के लखनऊ क्षेत्रीय कार्यालय के 31 अक्टूबर 2025 के पत्र पर आधारित हैं, जहां स्पष्ट कहा गया कि आधार कार्ड केवल पहचान (Identity) का प्रमाण है, न कि जन्म तिथि का।
प्राविधिक शिक्षा निदेशालय, UP ने 4 दिसंबर 2025 को इस सर्कुलर को आगे बढ़ाया, और प्राविधिक शिक्षा परिषद (BTEUP) के सचिव डॉ. संतोष कुमार सिंह ने 5 दिसंबर 2025 को निजी क्षेत्र की सभी पॉलीटेक्निक संस्थाओं को पत्र भेजा। इसमें कहा गया कि संस्थान इस नियम का पालन करें, वरना एडमिशन या रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है। ये बदलाव राज्य के सभी विभागों पर लागू है, लेकिन तकनीकी शिक्षा क्षेत्र में ये JEECUP (Joint Entrance Examination Council Uttar Pradesh) एडमिशन के लिए सीधा चैलेंज है। X पर एक यूजर ने शेयर किया कि “UP में आधार DOB प्रूफ बंद – अब बर्थ सर्टिफिकेट लाना पड़ेगा, वरना एडमिशन कैंसल!” ये पोस्ट हालिया न्यूज आर्टिकल को लिंक करते हुए वायरल हो रही है।
क्यों आया ये बदलाव? UIDAI की साफ सफाई और तर्क
UIDAI ने हमेशा से कहा है कि आधार कार्ड में दर्ज जन्म तिथि “घोषित” (Declared) या “अनुमानित” (Approximate) हो सकती है, क्योंकि इसे जारी करते समय कोई आधिकारिक बर्थ प्रूफ चेक नहीं किया जाता। सुप्रीम कोर्ट के 2018 के जजमेंट में भी यही बात कही गई थी कि आधार एज प्रूफ के रूप में उपयुक्त नहीं है। UP सरकार का ये सर्कुलर उसी दिशा में एक कदम है, ताकि फर्जीवाड़ा रुके और सटीक वेरिफिकेशन हो।
Reddit पर एक थ्रेड में यूजर्स डिस्कस कर रहे थे कि “Aadhaar not suitable as proof of age: SC says birth certificate or passport ही रियल ऑप्शन हैं।” एक यूजर ने शेयर किया कि एजुकेशन एडमिशन में आधार पर भरोसा करने से कई केसेज में उम्र डिस्क्रेपेंसी की प्रॉब्लम हुई, जैसे 10th सर्टिफिकेट और आधार में डेट मैच न करना। X पर हालिया पोस्ट्स में भी ये ट्रेंड दिख रहा है, जहां लोग कह रहे हैं कि “अगर आधार DOB प्रूफ नहीं, तो गवर्नमेंट को इसे फिक्स करना चाहिए – लेकिन फिलहाल अल्टरनेटिव्स यूज करो।” ये तर्क बताते हैं कि बदलाव छात्रों की सिक्योरिटी के लिए है, लेकिन शॉर्ट नोटिस से कन्फ्यूजन बढ़ा सकता है।
पॉलीटेक्निक एडमिशन पर असर: डिप्लोमा कोर्सेस में क्या बदलाव?
उत्तर प्रदेश में पॉलीटेक्निक एडमिशन JEECUP के जरिए होता है, जहां डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग (जैसे इलेक्ट्रिकल, केमिकल या आर्किटेक्चरल असिस्टेंटशिप ब्रांच) के लिए हाई स्कूल सर्टिफिकेट के साथ DOB प्रूफ जरूरी है। अब आधार अमान्य होने से छात्रों को बर्थ सर्टिफिकेट, 10th मार्कशीट, पासपोर्ट या म्यूनिसिपल काउंसिल से जारी जन्म रजिस्ट्रेशन दिखाना पड़ेगा।
अगर आप 2026-27 सत्र के लिए अप्लाई कर रहे हैं, तो फॉर्म भरते समय ये डॉक्यूमेंट्स अपलोड करें – वरना काउंसलिंग में इश्यू हो सकता है। पिछले साल JEECUP में 3 लाख से ज्यादा अप्लिकेंट्स थे, और DOB वेरिफिकेशन में 5-10% केसेज रिजेक्ट हुए थे आधार पर। अब ये रेट बढ़ सकता है, लेकिन अच्छी बात ये है कि वैकल्पिक डॉक्यूमेंट्स आसानी से उपलब्ध हैं। Reddit पर एक एजुकेशन थ्रेड में यूजर ने बताया कि “NRI स्टूडेंट्स के लिए फॉरेन बर्थ सर्टिफिकेट से आधार लिंकिंग आसान है, लेकिन लोकल स्टूडेंट्स को म्यूनिसिपल ऑफिस रनिंग करनी पड़ेगी।” ये इनसाइट बताती है कि तैयारी अभी से शुरू करें, खासकर ग्रामीण इलाकों में जहां बर्थ सर्टिफिकेट इश्यू कम हैं।
वैकल्पिक DOB प्रूफ: क्या यूज करें और कैसे प्राप्त करें?
सरकारी गाइडलाइंस के मुताबिक, मान्य डॉक्यूमेंट्स में शामिल हैं:
- जन्म प्रमाण पत्र (म्यूनिसिपल या ग्राम पंचायत से)
- 10वीं की मार्कशीट (CBSE/UP Board)
- पासपोर्ट
- PAN कार्ड (अगर DOB दर्ज हो)
इन्हें प्राप्त करने के लिए लोकल म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन या ऑनलाइन पोर्टल (जैसे CRS – Civil Registration System) पर अप्लाई करें। फीस न्यूनतम (50-100 रुपये) है, और प्रोसेस 7-15 दिनों में पूरा हो जाता है। X पर एक एक्सपर्ट ने टिप दी कि “UP में आधार बंद होने से बर्थ सर्टिफिकेट डिमांड बढ़ेगी – जल्दी अप्लाई करो, वरना एडमिशन डेडलाइन मिस!” ये प्रैक्टिकल एडवाइस है, जो छात्रों को हेल्पफुल लगेगी।
आधिकारिक सर्कुलर PDF चेक करें: पूरी डिटेल्स यहां
इस अपडेट की फुल डिटेल्स के लिए BTEUP की ऑफिशियल PDF डाउनलोड करें, जिसमें नियोजन विभाग, DTE और BTEUP के सभी पत्र शामिल हैं। ये दस्तावेज स्पष्ट रूप से बताते हैं कि कैसे संस्थानों को ये नियम लागू करने हैं। PDF लिंक: https://bteup.ac.in/PDFFILES/NEWS_639005649341853752.pdf। इसे प्रिंट या सेव करके रखें, ताकि एडमिशन काउंसलिंग में दिखा सकें।

FAQ: आधार और DOB प्रूफ से जुड़े कॉमन सवाल
आधार कार्ड DOB प्रूफ क्यों नहीं माना जा रहा?
UIDAI के अनुसार, आधार में DOB “घोषित” होता है, बिना वेरिफिकेशन के। सुप्रीम कोर्ट ने भी 2018 में कहा था कि ये एज प्रूफ के लिए फिट नहीं। Reddit पर एक डिस्कशन में यूजर ने शेयर किया कि “SC जजमेंट से क्लियर: आधार ID है, बर्थ प्रूफ नहीं।”
पॉलीटेक्निक एडमिशन में अब क्या डॉक्यूमेंट लगेगा?
बर्थ सर्टिफिकेट या 10th मार्कशीट। JEECUP 2026 के लिए अपलोड अनिवार्य। X पर एक पोस्ट में कहा गया कि “UP Polytechnic में आधार बंद – बर्थ सर्टिफिकेट लाओ, वरना रिजेक्ट!”
अगर मेरा बर्थ सर्टिफिकेट खो गया तो?
म्यूनिसिपल ऑफिस से डुप्लिकेट बनवाएं। प्रोसेस ऑनलाइन crs.gov.in पर शुरू करें। Reddit थ्रेड से: “NRI केस में एम्बेसी डॉक्यूमेंट यूज करो, आसान।”
ये नियम कब से लागू?
31 अक्टूबर 2025 के UIDAI लेटर से, लेकिन UP में नवंबर 2025 से फुल एनफोर्समेंट। पुराने केसेज में ग्रेस पीरियड मिल सकता है।
अन्य राज्यों में भी यही होगा?
महाराष्ट्र में भी इसी तरह का ऑर्डर आया। Quora/Reddit पर डिस्कस: “सभी स्टेट्स फॉलो करेंगे, SC गाइडलाइंस पर।”
ये अपडेट पॉलीटेक्निक स्टूडेंट्स के लिए वैल्यूफुल है – ट्रेंडिंग टॉपिक्स जैसे लेटेस्ट एडमिशन रूल्स को कवर करके। अधिक डिटेल्स के लिए JEECUP या BTEUP वेबसाइट चेक करें।








